रूट कैनाल ट्रीटमेंट (Root Canal Treatment या RCT) एक दंत चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य दांत के अंदर की संक्रमित या क्षतिग्रस्त पलप (दांत का मुलायम भाग जिसमें नसें और रक्त वाहिकाएं होती हैं) को निकालकर दांत को संरक्षित करना है। इस प्रक्रिया के द्वारा दांत को बचाया जाता है, जब वह गंभीर संक्रमण या क्षति के कारण दर्दनाक और नष्ट हो चुका होता है। रूट कैनाल ट्रीटमेंट का मुख्य उद्देश्य दांत को बचाना है, ताकि उसे निकालने की आवश्यकता न पड़े।
रूट कैनाल ट्रीटमेंट कैसे किया जाता है:
दांत में छेद करना: पहले दांत के संक्रमित या क्षतिग्रस्त हिस्से तक पहुँचने के लिए एक छोटा सा छेद किया जाता है।
पलप को निकालना: फिर, दांत के अंदर से संक्रमित पलप (नस और रक्त वाहिकाओं का समूह) को हटाया जाता है।
दांत को साफ करना: दांत के अंदर की खाली जगह (कैनाल) को पूरी तरह से साफ किया जाता है और उसे सूखा किया जाता है।
फिलिंग करना: अंत में, उस खाली जगह को एक विशेष सामग्री से भर दिया जाता है, ताकि दांत में संक्रमण न हो और वह स्थिर रहे।
दांत को कवर करना: कभी-कभी, रूट कैनाल ट्रीटमेंट के बाद, दांत को एक क्राउन (धातु या सिरेमिक से बना ढक्कन) से ढकने की आवश्यकता होती है, ताकि दांत मजबूत और सुरक्षित रहे।
रूट कैनाल ट्रीटमेंट क्यों करवाना चाहिए?
दांत के संक्रमण को ठीक करना: जब दांत में गहरी सड़न या संक्रमण होता है और पलप (नस और रक्त वाहिकाओं का समूह) प्रभावित होता है, तो रूट कैनाल उपचार आवश्यक हो जाता है। इससे संक्रमण को ठीक किया जा सकता है और दांत को बचाया जा सकता है।